आजकल लिखता वहीं शाम वहीं सुबह आस्वाद अजनबी पुरानी हैं हैं हम और वो लोग जिंदा हैं ढूंढे वहीं ज़मीन अनुभव लकीरें हाथ में जो हैं नहीं मिलता सपने मिलता टूटते शाम हिंदी कविता वो और मैं

Hindi सुकून मिलता हैं Poems