आजकल वह ढूंढ़े नहीं मिलता; कभी बैठा करता था। आजकल वह ढूंढ़े नहीं मिलता; कभी बैठा करता था।
सुकून मिलता है एक आसमां और जमीन यहीं एक सूरज और चांद यहीं खास रहने वाले हैं। सुकून मिलता है एक आसमां और जमीन यहीं एक सूरज और चांद यहीं खास रहने वाल...
अनुभव किताबों में लिखता हूँ हर दिन अजनबी से मिलता हूँ अनुभव किताबों में लिखता हूँ हर दिन अजनबी से मिलता हूँ
लकीरें हाथ में जो हैं, पुरानी हैं लकीरें हाथ में जो हैं, पुरानी हैं
बदलाव जरूरी है... बदलाव जरूरी है...
सपने टूटते हैं बड़ी खामोशी से अपने लूटते हैं बड़ी खामोशी से । ज़र,जोरू,ज़मीन की ख़ातिर ह सपने टूटते हैं बड़ी खामोशी से अपने लूटते हैं बड़ी खामोशी से । ज़र,जोरू,ज़म...